Mon. Oct 13th, 2025

Maha vishnu stotram garudagamana tava | महा विष्णु स्तोत्रम् – गरुडगमन तव

गरुडगमन तव चरणकमलमिह मनसि लसतु मम नित्यम्
मनसि लसतु मम नित्यम् ।
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ ध्रु.॥

जलजनयन विधिनमुचिहरणमुख विबुधविनुत-पदपद्म
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 1॥

भुजगशयन भव मदनजनक मम जननमरण-भयहारिन्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 2॥

शङ्खचक्रधर दुष्टदैत्यहर सर्वलोक-शरण
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 3॥

अगणित-गुणगण अशरणशरणद विदलित-सुररिपुजाल
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 4॥

भक्तवर्यमिह भूरिकरुणया पाहि भारतीतीर्थम्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 5॥

इति जगद्गुरु शृङ्गेरी पीठाधिपति भारतीतीर्थस्वामिना विरचितं महाविष्णुस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।

यह भी पढ़ें :

Sudarshana ashtottara sata nama stotram | सुदर्शन अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

Sudarshana ashtottara sata namavali | सुदर्शन अष्टोत्तर शत नामावलि

Sudarshana shatkam | सुदर्शन षट्कम्

सुन्दरकाण्ड (Sundarkand) 

बजरंग वाण (Bajrang Baan)

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)

Murari pancha ratna stotram | मुरारि पञ्च रत्न स्तोत्रम्

Sri hari stotram jagajjalapalam | श्री हरि स्तोत्रम् (जगज्जालपालम्)

Venu gopala ashtakam | वेणु गोपाल अष्टकम्

Sudarshana sahasra nama stotram | सुदर्शन सहस्र नाम स्तोत्रम्

Sudarshana sahasra namavali | सुदर्शन सहस्र नामावलि

क्या कहती है Wikipedia भगवान विष्णु के बारे में

Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x